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1.6 KiB

अपने अलग

यहाँ “अलगाव” का अर्थ है “समर्पण” यह "उनके समर्पण को दर्शाता है“।

उसकी भी यही व्यवस्था है

यह नाजीर को दर्शाता है कि वह जो देने की आज्ञा की बात करता है उस से परे अन्‍य भेंट देने का निर्णय करता है जैसे कि “वह कोई अपर प्रसाद देने का फैसला करता है”।

उससे अधिक जैसी मन्नत उसने मानी हो

“उसे अभी भी आपने द्वारा ली गई शपथ का पालन करना चाहिए”।

उससे अधिक…वैसे ही अपने अलग रहने की व्यवस्था के अनुसार उसे करना होगा।

इन दोनों वाक्यांशों का एक ही अर्थ है उसने आपनी प्रतिज्ञा का पालन किया।

अपने अलग रहने की व्यवस्था के अनुसार उसे करना होगा।

स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि “वह वादा जो नाजीर के लिए कानून इंगित करता है”।