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उसने अलग रहने की

इस वाक्‍यांश में यहाँ “अलगाव” का अर्थ है “सर्मपण” जैसे कि “समर्पण की कसम“।

वह अपने सिर पर छुरा न फिराए

स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि “वह किसी भी तरह का छुरा अपने हाथ से इस्‍तेमाल ना करे”।

वे दिन पूरे न हों जिनमें वह यहोवा के लिये अलग रहे

इस वाक्‍यांश में यहाँ “अलगाव” का अर्थ है “सर्मपण” जैसे कि “वह दिन जो यहोवा के लिऐ हम अलग करते है“।

वे दिन पूरे न हों जिनमें वह यहोवा के लिये

स्‍पष्‍ट रुप में कहा जा सकता है कि “यहोवा पूरा कर रहे है”।

यहोवा के लिये अलग रहे तब तक वह पवित्र ठहरेगा,

स्‍पष्‍ट रुप में कहा जा सकता है कि “उसे खुद को यहोवा के लिए स्‍थापित करना चाहिए”।