hi_tn/neh/13/21.md

430 B

“तुम लोग शहरपनाह के सामने क्यों टिकते हो?

“तुम मेरे हुक्म के विरुध दीवार के बाहर टिके हुए हो”

मैं तुम पर हाथ बढ़ाऊँगा।”

“मैं तुझे बल प्रयोग करके बाहर निकाल दूँगा”