hi_tn/neh/12/08.md

547 B

येशुअ...बिन्नूई... कदमीएल... शेरेब्याह... यहूदा...मत्तन्याह... बकबुक्याह...उन्नो

यह पुरुषों के नाम हैं।

उनके सामने अपनी-अपनी सेवकाई में लगे रहते थे।

“यह आराधना की सेवकाई के समय के दौरान था और यह गवैयों के दो समुह थे”