hi_tn/neh/05/09.md

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फिर मैं कहता गया,

“यह वाक्‍यांश नहेम्‍याह को दर्शाता है”

जो काम तुम करते हो

“यह वाक्‍यांश अमीर यहूदीयों को दर्शाता है”

क्या तुम को इस कारण हमारे परमेश्‍वर का भय मानकर चलना न चाहिये कि हमारे शत्रु जो अन्यजाति हैं, वे हमारी नामधराई न करें?

“तुम्हे अन्‍यजातियों से जो हमारे दुश्मन है अपमानित होने से बचने के लिऐ परमेश्‍वर का भय मानते हुए चलना‍ चाहीये”

परमेश्‍वर का भय मानकर चलना

“अपने जीवन को इस तरह जीयो के परमेश्‍वर को महिमा मिले”

हमारे शत्रु जो अन्यजाति हैं

“हमारा अपमान करने में जो अन्‍यजातियाँ हमारे दुश्मन है”

उधार

“वापसी की उम्मीद से किसी से कोई चीज उधार लेना या देना“

इसका

“यह कोई भी पैसा, अनाज, और संपत्ति जो एक आदमी किसी भी दूसरे आदमी से उधार ले सकता है। उधार लेने वाला देने वाले का कर्जदार होगा

सौवाँ भाग

”उदार के मूल का हिस्‍सा जो बयाज उधार देने वाला लेता है”

तुम उनसे ले लेते हो

“तुम उनसे बयाज लेते हो”