hi_tn/neh/03/22.md

1.0 KiB

मरम्मत की जो तराई के मनुष्य थे... बिन्यामीन और हश्शूब ने मरम्मत की...अजर्याह ने मरम्मत की...बिन्नूई ने की।

“यरुशलम के चारों ओर दीवार की मरम्‍मत की…हश्‍शूब ने दीवार की मरम्‍मत की…अजर्याह ने दीवार की मरम्‍मत की…बिन्नूई ने दीवार की मरम्‍मत की”

बिन्यामीन...हश्शूब...अजर्याह... मासेयाह...अनन्याह... बिन्नूई...हेनादाद

“यह पुरुषों के नाम है”

अपने घर के सामने

“उनके अपने घर के सामने”

उनके बाद...उनके बाद

“उनके बाद…उसके बाद”