hi_tn/mrk/02/22.md

1.8 KiB

नये दाखरस को पुरानी मशकों में कोई नहीं रखता है।

यह एक रूपक या दृष्टान्त है जो उनके प्रश्न का उत्तर देता है, "यूहन्ना के चेले और फरीसियों के चेले क्यों उपवास रखते हैं, परन्तु तेरे चेले उपवास नहीं रखते?" ( ; देखें: )

नये दाखरस को

"अंगूर के रस को" अर्थात जिस दाखरस का नहीं हुआ है यदि आपके यहाँ अंगूर हैं तो वही शब्द काम में लें।

पुरानी मशकों में

अर्थात जिन मशकों को पहले काम में लिया जा चुका है

मशकें

पशुओं के चमड़े से बनाए गए थैले। इन्हें दाखरस के थैले या "चमड़े के थैले" (यू.डी.बी.) भी कहा जा सकता है।

मशके... नष्ट हो जाएंगी।

जब नया दाखरस के कारण फैलता है तब वे फट जाएंगी। क्योंकि उनकी फैलने की क्षमता समाप्त हो चुकी है।

नष्ट हो जाएंगे

"व्यर्थ चले जाएंगे"(यू.डी.बी.)

नई मशकों में

"नए दाखरस के थैलों में" जिन मशकों को कभी काम में नहीं लिया गया है।