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क्योंकि मैं उस जन के समान हो गया हूँ जो धूपकाल के फल तोड़ने पर...पक्की अंजीरों की लालसा थी

"मेरे लिए इस्राएल के लोग एक दाख की बारी की तरह हैं जो फसल के बाद बटोर ली गयी हो । बेलें नंगी हैं। मुझे अब कोई फल नहीं मिल रहा है, लेकिन मैं अभी भी एक पका हुआ अंजीर खाने के लिए तरसता हूं।

भक्त लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं...जाल लगाकर

मीका को लगता है कि इस्राएल में कोई भी अच्छाई नहीं बची।