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कौन सी बातें?

“क्या हुआ है” या “क्या घटना घटी है”?

काम और वचन में सामर्थी

“सामर्थ्य के काम करता था और सामर्थी वचन सुनाता था”

परमेश्वर और सब लोगों के निकट काम और वचन में सामर्थी भविष्यद्वक्ता था।

इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने यीशु को सामर्थी बनाया और लोगों ने देखा कि वह सामर्थी था। इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने उसे महान कार्य करने और महान शिक्षा देने का सामर्थ्य दिया था। और मनुष्य अचम्भा करते थे”।

उसे पकड़वा दिया कि ... मृत्यु की आज्ञा दी जाए

उसे रोमी प्रशासक के समक्ष पकड़वा दिया कि उसे मृत्युदण्ड दिया जाए”।