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(यीशु का चर्चा विषय चल रहा है)

एक धनवान मनुष्य था

यहाँ स्पष्ट नहीं है कि वास्तव में ऐसा कोई पुरूष था या यीशु ने काल्पनिक कथा सुनाई थी कि उसकी बात समझ में आए।

जो बैंजनी कपड़े और मलमल पहनता

“वह बैंजनी रंग में रंगा हुआ उत्तम कोटी का मलमल पहनता था” या “वह बहुत कीमती वस्त्र पहनता था” बैंजनी रंग में रंगा हुआ मलमल बहुत मंहगा होता था।

प्रतिदिन सुख विलास और धूमधाम में रहता था

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “उसका दैनिक भोजन उत्सव स्वरूप होता था” या “प्रतिदिन मंहगे भोजन का आनन्द होता था” या “अपनी लालसा पूर्ति के लिए बहुत पैसा खर्च करता था”।

लाजर नाम का एक कंगाल... उसकी डेवड़ी पर छोड़ दिया जाता था।

“लोग लाजर नामक एक कंगाल को उसे फाटक पर छोड़ जाते थे”

कंगाल

“भीख मांग कर भोजन खाने वाला गरीब मनुष्य”।

उसकी डेवड़ी पर

“उस धनवान के द्वार पर” या “उस धनवान के घर के फाटक पर”

घावों से भरा हुआ

“उसके पूरे शरीर पर घाव थे”

वह चाहता था कि .... पेट भरे

“खाना चाहता था” या “की लालसा करता था”

धनवान की मेज पर की जूठन

इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “धनवान जब खाना खाता था तब जो चूरचार उसकी मेज से नीचे गिरता था” या “उस धनवान की मेज से जो बचा हुआ भोजन फेंका जाता था”

यहाँ तक कि

इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “इसके अतिरिक्त” या “यह भी कि”, इससे प्रकट होता है कि लाजर के लिए जो कहा गया है उससे भी बुरी दशा उसकी अब आगे है।

कुत्ते

कुत्तों को अशुद्ध माना जाता था। लाजर इतना दुर्बल एवं लाचार था कि वह कुत्तों को भगा भी नहीं पाता था।