hi_tn/luk/16/05.md

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(यीशु शिक्षाप्रद कथा सुना रहा है)

अपने स्वामी के देनदारों

“उसके स्वामी के जो ऋणी थे” या “जिन लोगों ने उसके स्वामी से समान उधार लिया था” यहाँ देनदार वे हैं जिन्होंने उसके स्वामी से तेल और अन्न उधार लिया था।

एक-एक करके बुलाया .... पूछा

“प्रबन्धक ने बुलाया” और “प्रबन्धक ने पूछा”

सौ मन तेल

“लगभग 340 लीटर जैतून का तेल”

उसने ..... उसने उससे कहा

“ऋणी ने कहा .... प्रबन्धक ने ऋणी से कहा”

सौ मन गेहूँ

“लगभग 22,000 सूखा लीटर गेहूँ”

उसने ....पूछा....उसने कहा....उसने ....कहा

प्रबन्धक ने पूछा... ऋणी ने कहा.... प्रबन्धक ने कहा