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(यीशु यरूशलेम जाने से पूर्व फरीसियों से बातें कर रहा है)

हे यरूशलेम, हे यरूशलेम।

यीशु इस प्रकार कह रहा है कि मानों यरूशलेमवासी सुन रहे हैं। यीशु ने दो बार यरूशलेम को पुकारा जिससे प्रकट होता है कि वह कितना दुःखी था।

तू जो भविष्यद्वक्ताओं को मार डालता है और .....पथराव करता है

यदि शहर का नाम लेना आपके पाठकों को असामान्य लगता है तो आप स्पष्ट कर सकते हैं कि यीशु उस शहर के निवासियों से कह रहा था, “तुम जो भविष्यद्वक्ताओं की हत्या करते हो ओर जिन्हें परमेश्वर के भेजे हुओं पर पथराव करते हो”

तेरे बालकों को इकट्ठा करूं

“तेरे निवासियों को इकट्ठा करूं” या “तुम्हें इकट्ठा करूं”

जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे इकट्ठा करती है।

यह रूप दर्शाता है कि मुर्गी अपने बच्चों को पंखों तले छिपा कर सुरक्षित करती है।

तुम्हारा घर तुम्हारे लिए उजाड़ छोड़ा जाता है।

इस रूपक के संभावित अर्थ हैं, (1) “परमेश्वर ने तुम्हें त्याग दिया है” या (2) तुम्हारा नगर निर्जन है”। इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने यरूशलेम की प्रजा की सुरक्षा त्याग दी है। आज बैरी उन पर आक्रमण करके उन्हें खदेड़ सकते हैं। यह एक अवश्यंभावी घटना की भविष्यद्वाणी है। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तुम्हारा घर त्यागा जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें त्याग देगा”

तुम मुझे फिर कभी न देखोगे

“तुम मुझे उस समय तक नहीं देखोगे जब तक कि तुम यह न कहोगे....” या “अगली बार जब तुम मुझे देखोगे तक कहोगे....”