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(यीशु जनसमूह को दुष्टात्माओं के बारे में भी शिक्षा दे रहा है)

यदि शैतान अपना ही विरोधी हो जाए

यदि शैतान और उसके राज्य की आत्माएं आपस में लड़ें”

तो उसका राज्य कैसे बना रहेगा?

यह एक आलंकारिक प्रश्न है। इसका अनुवाद सकारात्मक वाक्य में किया जा सकता है, “शैतान का राज्य स्थिर नहीं रह सकता है” या “शैतान का राज्य नष्ट हो जाएगा”।

यह शैतान की सहायता से दुष्टात्माएं निकालता है

“तुम कहते हो कि मैं बालजबूल की सहायता से दुष्टात्माएं निकालता हूँ”, विवाद का अगला चरण स्पष्ट व्यक्त किया जाए, “इसका अर्थ यह हुआ कि शैतान अपने ही विरोध में काम करता है”

तुम्हारी सन्तान किसकी सहायता से निकालते हैं?

“तुम्हारे अनुयायी किसकी सहायता से दुष्टात्माएं निकालते हैं? “यह एक आलंकारिक प्रश्न है जिसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तो तुम्हें मानना होगा कि तुम्हारे अनुयायी भी बाजजबूल की सहायता से दुष्टात्माएं निकालते हैं। इस कथन का अभिप्रेत मूल्यांकन स्पष्ट किया जाए, “हम जानते हैं कि यह सच नहीं है”।

वे ही तुम्हारा न्याय चुकाएंगे

तुम्हारे अनुयायी जो परमेश्वर के सामर्थ्य से दुष्टात्माएं निकालते हैं, मुझ पर बालजबूल की सहायता से दुष्टात्माएं निकालने के तुम्हारे दोष का न्याय करेंगे”।

परमेश्वर की सामर्थ्य

“परमेश्वर की सहायता से” (देखें Metonymy)

परमेश्वर का राज्य तुम्हारे पास आ पहुंचा है

“इसका अर्थ है कि परमेश्वर का राज्य तुम्हारे मध्य आ गया है”।