hi_tn/luk/04/20.md

2.4 KiB

तब उसने पुस्तक बन्द करके

“तब यीशु ने कुंडलीग्रन्थ लपेट दिया”

सेवक

आराधनालयों में ऐसे सेवक होते थे, जो सुनिश्चित करते थे कि धर्मशास्त्र आदि पवित्र वस्तुओं को उचित देखरेख में रखा जाए।

सब लोगों की आंखें उस पर लगी थी।

“वे अपेक्षा से उसे देख रहे थे” या “उसे निहार रहे थे”

आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है।

इसका अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “धर्मशास्त्र में जो भविष्यद्वाणी की गई है वह आज तुम्हारे सुनते-सुनते पूरी हो गई है। यीशु के कहने का अर्थ था कि वह अपने कामों तथा वचनों के द्वारा उस समय ही इस भविष्यद्वाणी को पूरा कर रहा था।

अनुग्रह की बातें उसके मुंह से निकली थी, उनसे अचम्भा किया

“उसकी अच्छी-अच्छी बातें सुनकर वे चकित थे”

क्या यह यूसुफ का पत्र नहीं?

इसका अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “यह यूसुफ का ही तो पुत्र है”। या “यह उस यूसुफ का पुत्र नहीं है क्या? या “इसका पिता यूसुफ ही तो है”। वे उसे मानवीय स्तर पर आंक रहे थे कि वह एक साधारण मनुष्य यूसुफ का पुत्र है। यूसुफ एक धर्मगुरू नहीं या अतः वे आश्चर्य कर रहे थे कि उसका पुत्र ऐसा वचन सुना सकता है ।