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मैं तुम्हारी ओर कृपादृष्टि रखूँगा।
में तुम्हे कृपादृष्टि दिखाऊगा और तुम्हे आषीश दुंगा।
तुम को फलवन्त करूँगा और बढ़ाऊँगा।
यह दो वाक्य इस बात को दर्षाते है कि परमेश्वर द्वारा उनके कई वंशज होंगे।, ताकि वे एक बड़ा समूह बन जाएं।
तुम को फलवन्त करूँगा।
परमेश्वर उन्के कई बच्चे होने की बात करते हैं जैसे कि वे पेड़ थे जो बहुत सारा फल उतपन्न करते हैं।
तुम रखे हुए पुराने अनाज को खाओगे।
तुमारे पास जमा किया हुआ खाना बहुत होगा तकि तुम उसे लम्बे समय तक खा सको।