यहाँ पर “तुम” शब्द इस्राएल के लोगों को दर्शाता है।
अर्थात मैं अपनी आशीषें तुम पर भेजुंगा। या मैं तुम्हे आशीष दूँगा।
अत: जो उपज तुमने सम्भाल के रखी है।