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उसके पुत्रों से कह कि …पवित्र की हुई वस्तुओं से… अलग रहें।

उन्‍हें बता कि कब उन्‍हें पवित्र वस्‍तुओं से दूर रहना चाहिए।, यहोवा ने उस बातों को बताने जा रहा है जब कोई याजक अशुध्द हो तो उसे उन पवित्र वस्‍तुओं को हाथ नहीं लगाना चाहिए।

मेरे पवित्र नाम को अपवित्र न करें।

अर्थात मेरा अपमान ना करे।

तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में।

अभी ही से।

अपनी अशुद्धता की दशा में।

एक व्यक्ति जो परमेश्‍वर के उद्देश्यों के लिए नही स्वीकार्य जाता है, उसके बारे में बात की जाती है जैसे कि वह व्यक्ति शारीरिक रूप से अशुद्ध था।

वह मनुष्य मेरे सामने से नाश किया जाएगा।

एक याजक यहोवा कि सेवा टेहल नही कर सकता अगर वह व्‍यक्‍ति परमेश्‍वर कि उपस्‍थिती से दूर हो जाए,जैसे कोई किसी कपड़े के टुकड़े काट दे या किसी पेड़ कि डाली काट दे अत: वह व्‍यक्‍ति याजक के तोर पर परमेश्‍वर कि सेवा टहल नहीं कर पाएगा।