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842 B

वह अपने ही लोगों में।

अपनी ही जाती के लोगो में, अर्थात लेवी के गोत्र में से।

वह अपनी सन्तान को अपने लोगों में अपवित्र न करे।

अगर याजक किसी अपवित्र और अविश्‍वासी स्‍त्री से विवाह कर ले तो जो याजक के बच्‍चे होंगे वह याजक बनने के योग्‍य ना होंगे। अत: वह किसी अपवित्र और अविश्‍वासी स्‍त्री से विवाह करके अयोग्‍य बच्‍चे ना जने।