अपने मन में एक दूसरे के प्रति बैर न रखना।
किसी व्यक्ति से लगातार नफरत करने के बारे में बात की जाती है जैसे कि वह किसी व्यक्ति से दिल में नफरत कर रहा हो। अत: "अपने भाई से लगातार नफरत न करें"।
अपने पड़ोसी को अवश्य डाँटना, नहीं
"आपको ऐसे व्यक्ति को सुधारना चाहिए जो पाप कर रहा है"।