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क्योंकि शरीर का प्राण जो है वह उसका लहू ही है।

इसका मतलब है कि लहू प्राणी को जीवित रहने में सक्षम बनाता है। इस कथन का पूरा अर्थ स्पष्ट किया जा सकता है। अत: "प्रत्येक प्राणी अपने लहू के कारण जीवित रहने में सक्षम है।

जो कोई उसको खाए वह नष्ट किया जाएगा।

किसी व्यक्ति को उसके समुदाय से निकाल दिया जाता है, जैसे कि वह अपने लोगों से कट गया हो, जैसे कोई व्यक्ति कपड़े का टुकड़ा काट देगा या पेड़ से शाखा काट देगा। इसका सक्रिय रूप मे अनुवाद किया जा सकता है। अत; वह व्यक्ति अब अपने लोगों के बीच नहीं रह सकता है "या" आपको उस व्यक्ति को उसके लोगों से अलग करना होगा।