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727 B

ऋतुमती...............जब तक।

यह वायक पुरी तरह से ये दर्शाता है कि जब तक एक स्त्री कि ऋतुमती से लहू बहता रहता तब तक वह अशुद्ध ठहरी रहे।॥

अशुद्ध ठहरी रहे।

वह स्त्री ठहरी रहेगी।॥

वह अशुद्ध ठहरें।

जिस व्यक्ति को अन्य लोग छू नहीं सकते, उसकी बात की जाती है जैसे कि वह शारीरिक रूप से अशुद्ध था।