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811 B

सांझ तक अशुद्ध रहे।

जिन लोगों और वस्तुओं को अन्य लोगों को छूना नहीं चाहिए, उनसे बात की जाती है जैसे कि वे शारीरिक रूप से अशुद्ध थे।

सांझ तक।

"सूर्यास्त तक"।

जिस किसी वस्त्र........वह जल से धोया जाए।

इसका सक्रिय रूप में अनुवाद किया जा सकता है। अत: "किसी को हर कपड़े या चमड़े पर पानी से धोना चाहिए जिस पर वीर्य होता है"।