यहोवा मूसा और हारून को बताता रहता है कि जब किसी को चर्म रोग होता है तो लोगों को क्या करना चाहिए।
अत: "व्यक्ति को किनारे पर बाल नहीं बल्कि किनारे पर बाल दाढ़ना चाहिए।