hi_tn/lam/05/05.md

653 B

खदेड़नेवाले हमारी गर्दन पर टूट पड़े हैं

बाबेल की सेना

हम स्वयं … अधीन हो गए

आत्मसमर्मण कर दिया है

ताकि पेट भर सके

“ताकि हमारे पास खाने को भोजन हो”

मर मिटे हैं

वो मर गये हैं

उनके अधर्म के कामों का भार हमको उठाना पड़ा है

हम उनके पापों की सजा सहते हैं