“पाप” या ”पाप की सजा”
यह यरूशलेम का काव्यगत नाम है, यहाँ यरूशलेम को एक औरत के रूप में बताया गया है।
“परमेश्मर ने क्षन भर में नाश कर दिया”
“भले ही किसी ने उसकी सहायता नहीं की”