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मेरी आँखों से…जल की धाराएँ बह रही हैं

मैं बहुत ज्यादा रो रहा है

मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण

क्योंकि मेरे अपने लोग नाश हो गये हैं