hi_tn/lam/03/05.md

695 B

उसने मुझे रोकने के लिये किला बनाया

उन्होने मुझे ऐसे घेर लिया जैसे मैं वो शहर हूँ जिस पर हमला हुआ है

मुझ को कठिन दुःख और श्रम से घेरा है

मुझे ऐसी चीजों से घेर लिया जो दुखी करने वाली और कठिन हैं

वह मेरी प्रार्थना नहीं सुनता

“वो मेरी प्रार्थना सुनने से इन्कार करता है”