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मैंने उसकी आज्ञा का उल्लंघन किया है

यरूशलेम एक औरत के जैसे बोलना शुरू करता है

मेरी पीड़ा को देखो

“देख कि मैं बहुत बड़े संकट में हूँ”

मेरे कुमार और कुमारियाँ

मेरे बहुत सारे लोग

कुमार

जवानी की आयू का सब से बलशाली समय

उन्होंने भी मुझे धोखा दिया

उन्होने मेरे साथ विश्‍वासघात किया

उनका जी हरा हो जाए

“उनका जीवन बच जाए”