hi_tn/lam/01/04.md

1.2 KiB

सिय्योन के मार्ग

लेखक सिय्योन की ओर जाने वाले मार्गों के दुख को ऐसे बता रहा है कि मानो वो मनुष्य हों

नियत पर्वों में

जिन पर्वों को मनाने की आज्ञा परमेश्‍वर ने दी थी

उसके सब फाटक…उसके याजक

यहाँ “उसके“ सिय्योन दर्शाता है

कठिन दुःख भोग रही है

बहुत कड़वाहट में है

उसके द्रोही प्रधान हो गए

सिय्योन के विरोधी उस पर शासन करते हैं

उसके शत्रु उन्नति कर रहे हैं

उसके दुश्‍मन बहुत अमीर हो गये हैं

यहोवा

परमेश्‍वर का यह नाम पुराने नियम में उसके लोगों पर प्रकट किया गया था