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यहूदा रूपकों की श्रृंखला जारी रखता है
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# ये मुख्य बातें हैं।
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"ये" का तात्पर्य अविश्वासी मनुष्यों से है।
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# जो छिपी हुई चट्टान सरीखे हैं
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जैसे कि समुन्द्र के नीचे छिपी चट्टान समुंद्री जहाजों को डुबो सकती है, इस प्रकार के लोग विश्वासियों के लिए ख़तरा हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "जो डरावनी चट्टनों के समान हैं जो पानी के नीचे छिपी हैं।"
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# तुम्हारी प्रेम सभाओं में, जब वे तुम्हारे साथ खाते-पीते हैं
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"तुम्हारे संगति भोजों में, जब वे तुम्हारे साथ खाते हैं।"
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# निर्जल बादल हैं
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उन बादलों के समान जो बाग़ को पानी प्रदान नहीं कर सकता, ये लोग विश्वासियों की परवाह नहीं करते।
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# पतझड़ के निष्फल पेड़
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जैसे कुछ पेड़ ग्रीष्म ऋतु के अंत में फल पैदा नहीं करते , वैसे ही इन अविश्वासी लोगों के पास विश्वास और धर्म के कार्य नहीं होते।
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# बिना फल, दो बार मृत
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ऐसे पेड़ों के समान जिन्हें दो बार मारा जा चुका है जैसे कि तुषार से वे फल नहीं देंगे, इसलिए अविश्वासी मनुष्य के कोई मूल्य नहीं होते और उनमें कोई जीवन नहीं होता।
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# जड़ से उखड़े हुए
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ऐसे पेड़ों के समान जिन्हें ज़मीन से पूरी तरह जड़ समेत निकाल लिया गया हो, अविश्वासी लोग परमेश्वर से अलग हो गए हैं जो कि जीवन का स्रोत है। (देखें: )
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# समुद्र के प्रचंड लहरें
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जैसे समुन्द्र की लहरें तेज़ हवा के झोंके के साथ उड़ा ली जाती हैं, वैसे अविश्वासी लोगों में विश्वास की कोई नींव नहीं थी और बड़ी आसानी से विभिन्न दिशाओं की ओर आकर्षित हो जाते थे।
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# अपनी लज्जा का फेन उछालते हैं
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जिस प्रकार हवा के झोंके से लहरों के साथ गन्दला फेन उभर कर आता है, उसी प्रकार ये मनुष्य अपनी झूठी शिक्षाओं और कृत्यों से अपने आप को शर्मिंदा करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "बिल्कुल जैसे लहरें झाग और गन्दगी उभारती हैं , ये लोग अन्य लोगों को अपनी शर्मिंदगी से गंदा करते हैं।"
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# डांवाडोल तारे जिनके लिए सदा काल तक घोर अन्धकार रखा गया है
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जैसे कुछ तारे अप्रत्याशित रूप में चलते हैं और उन पर पथ प्रदर्शन के लिए भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए तुम्हें इन लोगों का अनुसरण नहीं करना चाहिए।
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