hi_tn/jud/01/07.md

2.6 KiB

जिस रीति से

यहाँ स्वर्गदूतों के द्वारा उन्हें सौंपे गए कार्यों को त्यागने की तुलना सदोम और अमोरा से की गई है।

और उनके आस-पास के नगर

"और उनके समीप अन्य नगर"

जो इनके समान व्यभिचारी हो गए थे

सदोम और अमोरा ने अपने आप को व्यभिचार के लिए समर्पित कर दिया था बिल्कुल उसी प्रकार जिस प्रकार स्वर्गदूतों ने अपने आप को बुराई को सौंप दिया था।

उन्होने व्यभिचार किया और अप्राकृतिक लालसा की।

लोग विवाह के बाहर शारीरिक सम्बन्ध बना रहे थे। और पुरुष दूसरे पुरुषों के साथ और स्त्रियों दूसरी स्त्रियों के साथ शारीरिक सम्बन्ध स्थापित कर रहे थे।

उन्हें बनाया गया

"सदोम और अमोरा के लोगों को ठहराया (बनाया) गया"

एक ऐसा उदाहरण जो अनंतकाल की आग के दण्ड को भुगतें

सदोम और अमोरा के लोगों का विनाश उन सभी लोगों के भाग्य का जो परमेश्वर का इन्कार करते हैं एक उदाहरण बन गया।

ये भी अशुद्ध करते हैं

"ये" का अभिप्राय उन लोगों से है जो परमेश्वर का इन्कार करते है जो अपने शरीर को व्यभिचार से अशुद्ध करते हैं बिल्कुल वैसे ही जैसे नदी में कूड़ा डालने के पश्चात इसका पानी पीने लायक नहीं रहता।

ऊँचे पद वालों के विषय में

"परमेश्वर के अद्भुत स्वर्गदूतों के विषय में