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यहोवा का यह वचन अमित्तै के पुत्र योना के पास पहुँचा

"यहोवा ने अपना संदेश सुनाया।"

यहोवा का यह वचन।

यहाँ "शब्द" यहोवा के संदेश का वर्णन करता है। अत: "यहोवा का संदेश"

यहोवा

यह परमेश्‍वर का नाम है जो उसने पुराने नियम में अपने लोगों के सामने प्रकट किया था।

अमित्तै

यह योना के पिता का नाम है।

उठकर उस बड़े नगर नीनवे को जा

"नीनवे के महत्वपूर्ण नगरों में जाओ।"

उठकर जा

दूर के स्थानों की यात्रा के लिए यह एक सामान्य कथन है।

उसके विरुद्ध प्रचार कर

"लोगों को चेतावनी दे"। परमेंश्‍वर नगर के लोगों का जिक्र कर रहे हैं।

क्योंकि उसकी बुराई मेरी दृष्टि में आ चुकी है

"मुझे पता है कि वे लगातार पाप कर रहे हैं।"

परन्तु योना यहोवा के सम्मुख से तर्शीश को भाग जाने के लिये उठा,

"यहोवा के सामने से भाग गया।" "उठ गया" दर्शाता है की योना जहां पर था वहां से निकल गया।

यहोवा के सम्मुख से

योना यहोवा से भागने की कोशिश कर रहा था।

तर्शीश को भाग जाने के लिये उठा

और विपरीत दिशा में चला गया, तर्शीश की ओर "

याफा नगर को जाकर

“योना याफा को चला गया।“

जहाज

"जहाज" एक बहुत बड़ी नाव है जो समुद्र में यात्रा कर सकती है और कई यात्रियों या भारी माल ले जा सकती है।

भाड़ा देकर

"वहाँ योना ने यात्रा के लिए भाड़ा दिया।"

उस पर चढ़ गया

"और जहाज पर चढ़ गया।"

उनके साथ

शब्द "उन्हें" उन लोगों को दर्शाता है जो जहाज पर उसके साथ जा रहे थे।

यहोवा के सम्मुख से तर्शीश को चला जाए

योना को उम्मीद थी कि यहोवा तर्शीश में मौजूद नहीं होगा।