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सामान्य जानकारी:
यहोवा राष्ट्रों से बात करना जारी रखता है।
जाति-जाति के लोग उभरकर चढ़ जाएँ...चारों ओर की सारी जातियों
"राष्ट्र" और "आस-पास के राष्ट्र" शब्द उन्हीं राष्ट्रों को दर्शाता हैं जो यहूदा को घेरे हुए हैं। यहोवा यहोशापात की घाटी में उनका न्याय करेगा जो उन्होंने यरूशलेम से किया है।
हँसुआ लगाओ...हौज़ भर गया है
इसका संभावित अर्थ यह है कि १) पापी राष्ट्रों पर हमला अनाज को कुचलने और अंगूर को कुचलने के समान है, या २) पापी राष्ट्रों का न्याय करना उतना ही जरुरी है जीतना की पकी फसलों को इकट्ठा करने और अंगूरों को कुचलना जरुरी है।
हँसुआ लगाओ, क्योंकि खेत पक गया है।
यहोवा देंश को बोल रहा है जैसे की वह एक अनाज का खेत हो जो खेती के लिए तयार हो। “हँसुआ लगायों क्योकि देश एक पके खेत की तरह तयार है।
हँसुआ लगाओ
"दाने को काटने के लिए दरांती घुमाओ"
हँसुआ
एक बडी गोल छुरी जो खेती को काटने के लिए लोग ईसतमाल करते हैं।
खेत पक गया है
फसल कतनी के लिए तयार हैं।
आओ, दाख रौंदो, क्योंकि हौज़ भर गया है
यहोवा राष्ट्रों की बात करता है, जैसे कि वे एक शराब में अंगूरों का एक गुच्छा हो, जो लोगों से कुचलने के लिए तैयार हों। "आओ, राष्ट्रों को कुचलो, क्योंकि वे एक शराब के हौज पडें अंगूरों की तरह हैं।"
रसकुण्ड उमण्डने लगे, क्योंकि उनकी बुराई बहुत बड़ी है।
यहोवा राष्ट्रों की दुष्टता की बात करता है जैसे कि यह रस था जो शराब बनाने वाली हौज से निकल कर रसकुण्ड में इकट्ठा किया जाता था। रसकुण्ड इतने बड़े नहीं हैं कि उनमें बहने वाली दुष्टता रसकुण्ड में समां सके।