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परन्तु अब मेरी आँखें तुझे देखती हैं

लेख यह समझना नही चाहता है कि अय्यूब ने परमेश्‍वर को देखा है। “लेकिन अब मै वास्तव मे समझ गया हूँ”।

मुझे अपने ऊपर घृणा

अय्यूब कहता है कि व बाते मैने घृणा से कही है।

घृणा

“मै उस से नाखुश हूँ”।

मैं धूलि और राख में पश्चाताप करता हूँ

यह स्पष्ट नही है कि वह अपने आप को धूल और राख से ड़क लेता है। कि मुझे अपने पापो कै लिए बहुत दुख है इसलिए मै धूल और राख मे बैठा हूँ।