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जोडने वाला वाक्य:
यहोवा लगातार अय्यूब को चुनौती दे रहा है।
“फिर शुतुर्मुर्गी अपने पंखों को… स्नेह को प्रगट करते हैं?
यहोवा अय्यूब यह विश्वास करने के लिए कहते है कि “तुम यह जानते हो कि शुतुर्मुर्गी अपने पंखों को फैलाता है तब वह बहुत खुश होता है।
शुतुर्मुर्गी
एक बहुत बड़ा पक्षी है कि बहुत तेजी से चल सकते हैं, लेकिन उड़ नहीं सकता।
आनन्द से फुलाती
“खुशी से आगे बढ़ना“।
पंख
बहुत लम्बे समय तक पंक्षियो के पर रहते है।
स्नेह
छोटे पंख जो किसी पक्षी के शरीर को ढकते हैं।
प्यार
इसका अर्थ है “वफादारी”।
भूमि पर
“मैदान में”।
कुचले जाएँगे
शब्द “वे” अण्डो को दर्शता है।
पाँव से
“उन पर कदम रखना“।