forked from WA-Catalog/hi_tn
2.2 KiB
2.2 KiB
सामानय जानकारी:
यहोवा लगातार अय्यूब को चुनौतियाँ दे रहे है।
क्या तूने जीवन भर…कभी भोर को आज्ञा दी?
यहाँ स्पष्ट रूप मे कहा जा सकता है कि “तुमने यह कभी नही किया यह करने से…तुम हिल जाऔगे”।
जीवन भर में कभी भोर को आज्ञा दी
“जब तुम पेदा हुए थे”।
और पौ को उसका स्थान जताया है
इन दोनो वाक्यो के सामान अर्थ है।
और पौ को उसका स्थान जताया है
यहोवा सुबह का आदेश प्राप्त करने के लिए और एक व्यक्ति की आज्ञाओ को दर्शाता है।
कभी भोर को आज्ञा दी, \q और पौ को उसका स्थान जताया है
“सुबह कहा है ये उसका पता करने के लिए एक कारण है”।
भोर
सुबह होने से पहले आकाश मे दिखाई देने वाला दिन का उजाला।
ताकि वह करे
शब्द “वे” सुबह को दर्शाता है।
ताकि वह पृथ्वी की छोरों को वश में करे
भोर की रोशनी की इस तरह से बात की जाती है कि मानो कि “वह पृथवी के सिरो को पकड़ रही हो”।
ताकि दुष्ट लोग उसमें से झाड़ दिए जाएँ
यहाँ यह स्पष्ट रूप मे कहा गया है कि “दिन के उजाले ने दुष्ट लोगो को पृथवी से बवाहर फेंक दिया”।