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सामानय जानकारी:

अय्यूब उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जिनमें वह परमेश्‍वर की सज़ा के लायक होगा, लेकिन वह जानता है कि वे सच नही है।

मेरे कारण विधवा की आँखें कभी निराश हुई हों

यहाँ “सुस्त बनने के लिए” बह बहुत बुरी दर्ष्टि होने के कारण वह एक विदवा को दर्शाता है कि “मै एकविदवा के कारण एक बड़ी उदासी से रोया हूँ“।

अपना टुकड़ा

“मेरा भोजन”।

परन्तु वह मेरे लड़कपन ही से मेरे साथ इस प्रकार पला जिस प्रकार पिता के साथ, और मैं जन्म ही से विधवा को पालता आया हूँ

अय्यूब बता रहा है कि उसने किस प्रकार से अनाथ और विधवा के साथ कैसा व्यवहार किया। कि “मैने आनाथो और विधवाओ का ख्याल रखा जब मै छोटा था”।