hi_tn/job/31/13.md

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सामानय जानकारी:

अय्यूब उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जिनमें वह परमेश्‍वर की सज़ा के लायक होगा, लेकिन वह जानता है कि वे सच नही है।

तो जब परमेश्‍वर उठ खड़ा होगा, तब मैं क्या करूँगा? \q और जब वह आएगा तब मैं क्या उत्तर दूँगा?

अय्यूब कहता है कि “मै अपने आप को नही बचा सकता क्योकि परमेश्‍वर मेरा न्याय करने के लिए आता है”।

क्या वह उसका बनानेवाला नहीं जिस ने मुझे गर्भ में बनाया? क्या एक ही ने हम दोनों की सूरत गर्भ में न रची थी?

“परमेश्‍वर ने हर बार मुझे उसी प्रकार से बनाया है और वह न्याय की भावना मे मेरा न्याय करेगा”।