अय्यूब लगातार बोलता रहता है।
यहाँ “मेरे तरीके“ और “मेरे कदम“ अय्यूब के व्यवहार को दर्शाते है कि “परमेश्वर हर समय मुझे देखता है और सब कुछ जानता है”।