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सामानय जानकारी:

अय्यूब लगातार बोलता रहता है।

मैंने अपनी आँखों के विषय वाचा बाँधी है

“मैने अपने आप से वायदा किया है कि मै किसी औरत को वासना के रूप मे ही देखूगाँ”।

फिर मैं किसी कुँवारी पर क्यों आँखें लगाऊँ?

अय्यूब अपना वायदा ना तोड़ता हुआ कहता है कि मै कभी भी किसि कुवारी के साथ वासना के रूप मे नही रहूँगा।

क्योंकि परमेश्‍वर स्वर्ग से कौन सा अंश और सर्वशक्तिमान ऊपर से कौन सी सम्पत्ति बाँटता है?

इन दोनो वाक्यो का एक समान अर्थ है कि अगर वह परमेशवर के साथ किये गये वायदै को तोड़ कर पाप के साथ चलता तो परमेश्‍वर कभी भी प्रसंन्न ना होता”।