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व मेरे मुँह पर थूकने से भी नहीं डरते।

"उन्होंने मेरे चेहरे में भी थूक दिया!"

परमेश्‍वर ने जो मेरी रस्सी खोलकर मुझे दुःख दिया है,

"परमेंश्‍वर ने मेरी रक्षा करने के लिए मेरी शक्ति छीन ली है।"