hi_tn/job/26/09.md

458 B

के सामने बादल फैलाकर

"इसके सामने अपने बादलों को फैलाकर"

उसने जलनिधि का सीमा ठहरा रखा है।

यह क्षितिज की बात करता है जैसे कि परमेंश्‍वर ने समुद्र पर एक सीमा को चिह्नित किया था।