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1009 B

शूही बिल्दद

यह एक पुरष का नाम है जो शूही का रहने वाला है।

“प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम है

"परमेंश्‍वर सभी पर शासन करते हैं, और लोगों को केवल उनसे ही डरना चाहिए।"

वह अपने ऊँचे-ऊँचे स्थानों में

"स्वर्ग में"

क्या उसकी सेनाओं की गिनती हो सकती?

"उसकी सेना में स्वर्गदूतों की संख्या का कोई अंत नहीं है।"

कौन है जिस पर उसका प्रकाश नहीं पड़ता?

"न ही ऐसा कोई है जिस पर उसकी रोशनी नहीं चमकती।"