hi_tn/job/19/10.md

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सामान्‍य जानकारी:

अय्‍यूब अपने तीनों मित्रों से बात करना जारी रखता है।

उसने चारों ओर से मुझे तोड़ दिया

"उसने मुझे हर तरह से बर्बाद कर दिया है"

बस मैं जाता रहा

"और मैं पूरी तरह से नष्ट हो गया हूं।"

मेरी आशा को उसने वृक्ष के समान उखाड़ डाला है।

"उसने मेरी सारी आशा को पूरी तरह तोड दिया है" या "उसने जो कुछ भी किया है उसके कारण, अब मैं कुछ भी अच्छा करने की उम्मीद नहीं कर सकता।"

उसने मुझ पर अपना क्रोध भड़काया है

“परमेंश्‍वर भी मुझसे बहुत नाराज हो गया हैं।"

और अपने शत्रुओं में मुझे गिनता है

"वह मुझे अपना दुश्मन मानता है।"

उसके दल इकट्ठे होकर मेरे विरुद्ध मोर्चा बाँधते हैं

"परमेंश्‍वर ने अपनी सेना को मुझ पर हमला करने के लिए भेजा।"

मेरे विरुद्ध मोर्चा बाँधते हैं

"मेरी दीवार पर चढ़ने के लिए सैनिकों ने गंदगी का ढेर लगाया हैं"

और मेरे डेरे के चारों ओर छावनी डालते हैं।

"वे मेरे डेरे के आसपास डेरा डालते हैं और मुझ पर हमला करने के लिए तैयार होते हैं।"