पिछले वचनों के आधार पे
अय्यूब अपने तीनों मित्रों से बोल रहा हैं।
तुम कब तक मेरे प्राण को दुःख देते रहोगे और बातों से मुझे चूर-चूर करोगे
"मुझे परेशान करना और शब्दों से टुकड़ों में तोड़ना बंद करो।"
बातों से मुझे चूर-चूर करोगे
"और मुझे अपने शब्दों से पीड़ा दोगें।"