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# सामान्य जानकारी।
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बिल्दद अय्यूब से बोलना जारी रखता हैं।
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# हम लोग तुम्हारी दृष्टि में क्यों पशु के तुल्य समझे जाते
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"तुझे यह नहीं सोचना चाहिए कि हम जानवरों की तरह गूंगे हैं।"
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# हम लोग तुम्हारी दृष्टि में क्यों।
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शब्द "हम" बिल्दद और अय्यूब के अन्य मित्रों को दर्शाता है।
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# मूर्ख ठहरे हैं।
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"हम बेवकूफ नहीं हैं जैसे की तुम्हे लगता है।"
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# तुम्हारी दृष्टि में
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“तेरे फैसले के अनुसार।"
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# हे अपने को क्रोध में फाड़नेवाले
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"तुनें अपने क्रोध के कारण खुद को चोटिल किया है"
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# तेरे निमित्त पृथ्वी उजड़ जाएगी, और चट्टान अपने स्थान से हट जाएगी?
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"परमेंश्वर से यह कहना की इस दोषी आदमी को नि: शुल्क जाने दे उस मूर्खताई के जैसा है जैसे तेरी खातिर पृथ्वी त्यागना या परमेंश्वर से कहना की वह चट्टानों को अपने स्थानों से बाहर ले जाये ताकि तूं खुश हो जाये।"
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# क्या तेरे निमित्त पृथ्वी उजड़ जाएगी,
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"क्या सभी को पृथ्वी छोड़ देना चाहिए।"
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# चट्टान अपने स्थान से हट जाएगी?
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"क्या परमेंश्वर को चट्टानों को अपने स्थानों से हटा देना चाहिए।”
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