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698 B

तुम सब के सब निकम्मे शान्तिदाता हो

"मुझे दिलासा देने के बजाय तुम सभी मुझे और अधिक दुखी करते हो।"

क्या व्यर्थ बातों का अन्त कभी होगा?

"मैं चाहता हूं कि तुम व्यर्थ के शब्द बोलना बंद कर दो!"

तू कौन सी बात से झिड़ककर ऐसे उत्तर देता है?

"एलीपज, तूं मुझे इस तरह जवाब देना बंद कर!"