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यदि सामर्थ्य की चर्चा हो

“अगर वहाँ ताकत की एक प्रतियोगता हो”।

देखो

“देखना”।

वह बलवान है

“वह मजबूत है”।

मुझसे कौन मुकद्दमा लड़ेगा?

यहहँ स्पष्ट रूप से कहा गया है कि “मेरे लिए कोई भी मुकद्दमा नही लड़ेगा”।

चाहे मैं निर्दोष ही क्यों न हूँ

यहाँ “मै सही हूँ“ इसका अर्थ यह है कि एक काम है जो मैने सही किया है। कि “लेकिन मैने सही काम किया है”।

चाहे मैं निर्दोष ही क्यों न हूँ, परन्तु अपने ही मुँह से दोषी ठहरूँगा; खरा होने पर भी वह मुझे कुटिल ठहराएगा

इस आयतो मे कविता पर जोर देने के लिए कहा गया है।

निर्दोष

“दोषहीन”।

वह मुझे कुटिल ठहराएगा

यहाँ वह “मेरे शब्दों“ के रूप में कार्रवाई कर सकता है की मुझे दोषी साबित करने के लिए परमेश्‍वर मेरा प्रयोग करेगा।

कुटिल

इस शब्द का अर्थ है “’टेंढा हॊना”।