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सामानय जानकारी:

बिल्दद अपने विचारो का ब्यान देते हुए कहती है कि वह अय्यूब को परमेश्‍वर से गुस्सा होने के लिए ड़ाँटता है।

परमेश्‍वर के सब बिसरानेवालों की गति ऐसी ही होती है

एक पथ पर चलना एक आम मुहावरा है जो एक व्यक्ति के जीवन और उसकी दिशा को दर्शाता है। यह अक्सर लोगों को परमेश्‍वर रास्ते का अनुसरण को दर्शाता है।

जिसका वह भरोसा करता है

यहाँ बिल्दाद एक मकड़ी के जाल और एक भक्तिहीन के जीवन की तुलना करती है कि; थोड़ी सी भी ताकत दोनों टूट जाएगा।

परन्तु वह न ठहरेगा

“वह इसका समर्थन करने की कोशिश करेगा”।