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सामानय जानकारी:

बिल्दद अपने विचारो का ब्यान देते हुए कहती है कि वह अय्यूब को परमेश्‍वर से गुस्सा होने के लिए ड़ाँटती है।

जो कुछ उनके पुरखाओं ने जाँच पड़ताल की है उस पर ध्यान दे

हमारे पूर्वजो ने ध्यान लगा कर खोज की।

पृथ्वी पर हमारे दिन छाया के समान बीतते

इसमे वह जवान छाया की तुलना करता है ।

क्या वे लोग तुझ से शिक्षा की बातें न कहेंगे? क्या वे अपने मन से बात न निकालेंगे?

बिल्दद अय्यूब को डाँटता हुआ कहता है कि “वे अपने मुँह से समझ के शब्द निकालकर तुम्हे सिखाएगा और बताएगे।